चूहों पर प्रयोेग से सामने आया आखिर क्यों समय से पहले सफेद हो जाते है बाल !

0 51

न्यूज डेस्क — बालों का सफेद होना अब एक बात हो गई है।लेकिन वैज्ञानिकों की हालिया रिसर्च के मुताबिक बालों का सफेद होने की मुख्य वजह तनाव को बताया है इसकी पुष्टि कर दी है। ब्रजील की साओ पाउलो और अमेरिका की हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं का कहना है कि शरीर में मौजूद स्टेम सेल (कोशिकाएं) ही स्किन और बालों के रंग के लिए जिम्मेदार होती हैं। स्ट्रेस यानी तनाव की स्थिति में ये खास तरह के दर्द से जूझती हैं और इसका असर बालों के रंग पर दिखता है।

चूहों पर किया गया प्रयोग

Related News
1 of 42

शोधकर्ताओं ने चूहों पर रिसर्च की। इसमें सामने आया कि कुछ हफ्तों तक तनाव झेलने के बाद काले बालों वाले चूहे का रंग सफेद हो गया। शोधकर्ता अब ऐसी दवा तैयार कर रहे हैं जो बढ़ती उम्र के बाद भी बालों को सफेद होने से रोक सके। उनका कहना है कि 30 की उम्र के बाद महिला और पुरुष दोनों के बालों में सफेदी आनी शुरू हो जाती है। कुछ मामलों की वजह जेनेटिक होती है लेकिन कुछ स्थितियों में स्ट्रेस भी जिम्मेदार है।

तनाव के कारण केवल सिर के बालों का रंग ही क्यों बदलता है, वैज्ञानिक इसकी वजह नहीं जान सके हैं। नेचर जर्नल में प्रकाशित शोध के अनुसार, मिलेनोसायट स्टेम कोशिकाएं मिलेनिन का निर्माण करती है। मिलेनिन ही तय करता है कि स्किन और बालों का रंग कैसा होगा। शोध के मुताबिक, तनाव की स्थिति में चूहे में एड्रिनेलिन और कॉर्टिसोल हॉर्मोन रिलीज हुआ। हृदय की धड़कन तेज हुईं और ब्लड प्रेशर बढ़ा। इससे सीधे तौर पर नर्वस सिस्टम प्रभावित हुआ।

Get real time updates directly on you device, subscribe now.

Comments
Loading...