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1962

सोमनाथ मंदिर का इतिहास : 17 बार के विध्वंस के बाद भी उठ खड़ा होने वाला मंदिर

"सौराष्ट्र के नैऋत्य कोण में वेरावल नाम का एक छोटा सा बंदरगाह और आखात है। वहां की भूमि अत्यंत उपजाऊ और गुंजान है। वहां का प्राकृतिक सौंदर्य भी अपूर्व है। मीलों तक फैले सुनहरी रेत पर क्रीड़ा करती रत्नाकर की उज्ज्वल फेनराशि हर पूर्णिमा को…