फतेहपुर: तीन झोलाछाप डॉक्टर विदेश से लौटे, घूम रहे खुलेआम, संकट में शहरी
बैंकॉक थाईलैंड से लौटे तीन युवकों ने अभी तक अपनी स्क्रीनिंग नहीं कराई
फ़तेहपुर: चीन से चला Corona दुनिया के आधा सैकड़ा देशों तक पहुंच चुका है। इस वायरस की चपेट में आने से अब तक हजारों जिंदगियां काल के गाल में समा चुकी हैं। भारत सहित कई देश के हजारों लोग इससे संक्रमित हैं।
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने भी Corona संक्रमण के फैलने की स्थिति को गम्भीरता से लेते हुए 2 अप्रैल तक सभी स्कूल, कॉलेज, मॉल आदि बंद करने के निर्देश दे दिए हैं साथ ही किसी भी तरह के धरना प्रदर्शन पर भी रोक लगा दी है। वहीं सरकार ने संक्रमण वृद्धि को देखते हुए रोग को छुपाने वाले लोगों पर एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए हैं साथ ही संक्रमित देशों से विदेश यात्रा कर लौटे लोगों की जांच कर उन्हें कुछ दिनों तक निगरानी में रखने के भी निर्देश दिए हैं।
ताकि 15 दिन के अंदर विदेश यात्रा से लौटे लोगों के अंदर किसी भी तरह के लक्षण हों तो उनका समुचित उपचार कर फैलने से बचाया जा सके। मगर फ़तेहपुर में बैंकॉक थाईलैंड से लौटे तीन युवकों ने अभी तक अपनी स्क्रीनिंग नहीं कराई बल्कि अपनी विदेश यात्रा को वह छुपाए हुए हैं। जिससे जिले में Corona संक्रमण की स्थिति बन सकती है।
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बता दें कि वैसे तो यह तीनों अपने आपको डॉक्टर कहते हैं। मगर इन तीनो ने स्क्रीनिंग न कराकर व 15 पन्द्रह दिनों तक निगरानी में न रहकर यह सिद्ध कर दिया कि वाकई में यह झोलाछाप ही हैं। आपको बता दें कि 29 फरवरी को शहर के तीन झोलाछाप डॉक्टर थाईलैंड घूमने गए थे। वहां के बैंकॉक शहर में घूमने की फ़ोटो भी इन लोगों ने सोशल मीडिया में शेयर की थी।
इस दौरान फ़ोटो में यह मौज मस्ती करते हुए भी दिखाई पड़ रहे थे। बताते हैं कि यह तीनों बैंकॉक से लौटकर 5 मार्च को कोलकाता आए फिर वहां से फ़तेहपुर आये। प्रदेश में योगी सरकार की सख्ती के चलते इन लोगों ने अपनी विदेश यात्रा को छुपा लिया और अपनी सोशल मीडिया पर घूमने की की गई पोस्ट को ही डिलीट कर दिया। ताकि इनको पन्द्रह दिन तक निगरानी में न रहना पड़े।
इन्होंने संक्रमित देश थाईलैंड की विदेश यात्रा के बाद भी यह सावधानी नहीं बरती। जबकि सरकार के सख्त निर्देश हैं कि विदेश यात्रा को छुपाएं नहीं और प्रशासन का सहयोग करें। मगर अपने आपको डॉक्टर कहने वाले यह झोलाछाप अपनी जिम्मेदारी से भाग रहे हैं जिससे जिले के दूसरे लोगों पर भी वायरस का खतरा मंडरा रहा है। ऐसी स्थिति में योगी सरकार के निर्देश के अनुसार जिला प्रशासन को ऐसे लोगों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कर इन्हें सबक देना चाहिए ताकि जिले में कोरोना को फैलने से बचाया जा सके।