ख़तने जैसे ज्वलंत मुद्दे पर दिल को झकझोरती फिल्म ‘शिनाख्त’, वीडियो में देखें एक झलक

0 54

लखनऊ–एक दौर था, जब फिल्मों को ही अच्छा नही माना जाता था। फिल्मों के सार्थक सन्देश ने जहाँ फिल्मों की स्वीकार्यता बढाई, वही फिल्मों के व्यावसायिक युग की शुरुआत भी हुई। 

इस बदलाव ने अच्छे सन्देश या बौद्धिकता के स्तर पर फिल्मों को मौका दिया। ऐसी ही एक हालिया फिल्म है शिनाख्त जो खतना की समस्या को बेबाकी से उजागर करती है। ऐसे ही विषय पर बनी फिल्म शिनाख्त का पोस्टर लांच गोमती नगर के एक होटल सुरा वे में रविवार को हुआ। इस अवसर पर फिल्म के निर्देशक प्रज्ञेश सिंह, एक्टर शिशिर शर्मा, लेखक प्रणव विक्रम सिंह और  टीम के अन्य लोग मौजूद रहे। 

कंपनी सेक्रटरी से फिल्मकार बने लखनऊ के प्रज्ञेश सिंह का ध्यान हमेशा सामाजिक समस्यायों और कुरूतियो पर रहता है। विगत के वर्षो में छोटी सी गुजारिश जैसी 28 मिनट की फिल्म बनाकर चर्चा में रह चुके प्रज्ञेश सिंह ने हाल में खतना जैसी कुप्रथा पर एक फिल्म का निर्माण व् निर्देशन किया है। खतने पर आधारित 40 मिनट की अवधि की फिल्म शिनाख्त को अब तक 24 अंतर्राष्ट्रीय फिल्म उत्सव में प्रदर्शित किया जा चूका है। जिसमेंं से शिनाख्त अभी तक 10 से अधिक पुरस्कार अपने नाम कर चुकी है। कम बजट के चलते टीम ने कठिन महेनत की और 40 मिनट की अवधि की फिल्म शिनाख्त का शूट रिकॉर्ड दो दिन से पूरा किया गया।

Related News
1 of 276

फिल्म में राजू खेर, शिशिर शर्मा, शक्ति सिंह, नवनी परिहार, आरफी लाम्बा, स्टेफी पटेल, मेजर बिक्रमजीत कंवरपाल और कृष्णा भट्ट जैसे नामचीन कलाकारों ने काम किया है। फिल्मिस्तान जैसी राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार फिल्म में काम कर चुके सुभ्रांशु दास ने फिल्म का कैमरा संभाला है। तो धार्मिक कट्टरवाद की अवधारणा को तोड़ते हुए सज्जाद अली चंदवानी ने फिल्म में संगीत दिया है। फिल्म की एडिटिंग हिमांशु रस्तोगी ने की है। प्रज्ञेश सिंह और प्रणय विक्रम सिंह के सह लेखन के डायलाग फिल्म के विषय को अद्भुत रोचकता प्रदान करते है।

बता दें खतना नाम कि यह प्रथा अत्यंत क्रूर और अमानवीय ही नहीं वरन उस समाज और देश के कानून और संविधान की भी खिल्ली उड़ाता नजर आता है। बतादें कि महिलाएं और पुरूषों दोनों में खतना किया जाता है। भारत में महिलाओं का खतना बोहरा मुस्लिम समुदाय में प्रचलित है, जिनकी आबादी दस लाख से थोड़ी ही अधिक है। पश्चिमी भारत और पाकिस्तान के कुछ हिस्सों में स्त्रियों का खतना करने का रिवाज आज भी जारी है।

 

Get real time updates directly on you device, subscribe now.

Comments
Loading...