फैक्ट्री में मूविंग क्रेन गिरी, 2 मजदूर घायल, एक की मौत

मजदूरों के नाम और पते भी गलत बताया

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 प्रदेश के फतेहपुर जनपद के जहानाबाद विधानसभा के औंग थाना क्षेत्र के कानपुर प्रयागराज हाईवे में गोधरौली गांव में स्थित पैनम इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड में मूविंग क्रेन के नीचे गिरने से 2 मजदूर घायल तथा एक की मौत हो गई है ।बुधवार सुबह 5:30 बजे मिल में सरिया बनाने वाली मशीन का रोलर खराब हो गया था।

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ब्रेकडाउन के चलते काम पर लगे 100 से ज्यादा मजदूर गर्मी की वजह से मिल सेड से बाहर निकल गए थे ।रोलर को बदलने के लिए क्रेन से निकाला जा रहा था। दो पिलर के बीच के ट्रैक पटरी सहित क्रेन नीचे आ गिरी ।हादसे में मिल इंचार्ज गोरखपुर जनपद के खुशीनगर थाने के तपाई गांव के ज्ञान प्रकाश गुप्ता 42 की दबकर मौत हो गई। साथ में फिटर कानपुर अकबरपुर कोतवाली के शेरपुर गांव के शिवराम के पुत्र राजकुमार 36 तथा कल्याणपुर थाने के भाऊ पुर ग्रामसभा के मजरे हरबंशपुर के रामचंद्र पाल के पुत्र शिव पूजन घायल हो गए। सिक्योरिटी शिफ्ट इंचार्ज उमेश द्विवेदी ने बताया हादसे के बाद तुरंत हाइड्रा से क्रेन को उठाकर घायलों को निकाला गया । उपचार के लिए दो छोटी गाड़ियों से कानपुर भेजा गया है ।थाना अध्यक्ष बीबी सिंह ने बताया हादसे की जानकारी सोशल मीडिया के जरिए मिली थी। मौके पर गया था ।पुलिस को सूचना न देना मिल प्रबंधन की गंभीर लापरवाही है उच्चाधिकारियों को अवगत करा दिया है। मिल बंद है मालिक ,मैनेजर, मजदूर मौके पर नहीं है।

क्या होती है मूविंग क्रेन-

लोहे के पिलर में मिल के प्रोडक्शन सेड में टी आयरन से रेल की पटरी की तरह लंबाई में 15 फुट की ऊंचाई पर ट्रैक बनाया गया है।30 फुट लंबी 6 फुट चौडीऔर 4 फुट मोटी क्रेन मिलके वजनी सामान को स्क्रैप ,सरिया इनगट सभी को उठाने का और इस छोर से उस छोर ले जाने का काम करती है। इसी से स्क्रैप भी कास्टिंग भट्टी पर डाला जाता है। लोडिंग का काम भी यही क्रेन करती है ।क्रेन का संचालन रिमोट कंट्रोलिंग सिस्टम से किया जाता है। हादसे में चालक इसी वजह से बच गया।

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हादसे की हकीकत छुपाने के लिए मजदूरों के गलत पते-

हादसे के बाद से मिल डायरेक्टर ऋषि कत्याल तथा मैनेजर इलाहाबाद अशोक नगर के कौशल किशोर कपूर मौके पर नहीं पहुंचे हैं।घटना के बाबत जानकारी करने पर मोबाइल बंद है ।हकीकत को दबाने के लिए मजदूरों की सही संख्या व सही पते नहीं बताए गए हैं। शिफ्ट इंचार्ज उमेश द्विवेदी ने एक घायल को शिवराजपुर तथा दूसरे कोरसम कल्याणपुर का बताया जो गलत है। शिफ्ट इंचार्ज जानकारी करने पर फोन से पहले किसी से जानकारी लेकर बताता है।

24 दिन पहले एक मजदूर की हुई थी मौत-

5 जुलाई को मिल में बनी कोविड-19 डेस्क में हाथ को सैनिटाइज करते समय पास के पाइप में बिजली का करंट दौड़ रहा था। मजदूर की चपेट में आने से मौत हो गई थी। बिहार प्रातं के उक्त मजदूर को इलाज के बहाने कानपुर भेज दिया गया था। परिजनों को बुलाकर मुआवजे की भरपाई कर शवको बिहार भेज दिया गया था ।स्थानीय पुलिस को इसकी भी सूचना नहीं दी गई थी।

बुधवार हादसे के बाद मिल बंद है सिक्योरिटी गार्ड्स मौके पर मौजूद हैं।

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