देश के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का मंगलवार को पूरे राजकीय सम्मान के साथ लोधी रोड स्थित श्मशान घाट में अंतिम संस्कार किया गया. प्रणब मुखर्जी को इससे पहले सैन्य विदाई भी दी गई.
अंतिम संस्कार के दौरान कोरोना वायरस से जुड़े दिशा निर्देशों को भी पालन किया गया. प्रणब मुखर्जी जी के बेटे अभिजीत मुखर्जी ने अंतिम संस्कार की सारी विधिया पूरी की.
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इस दौरान प्रणब मुखर्जी का परिवार और रिश्तेदार पीपीई किट में वहां मौजूद रहें. बता दें कि सोमवार को 84 वर्षी की उम्र में प्रणब मुखर्जी का निधन हो गया था. प्रणब मुखर्जी बीते 10 अगस्त से सेना के रिसर्च एंड रेफरल अस्पताल में भर्ती थे. पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के निधन पर देश में 7 दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की गई है.
84 वर्ष की आयु में ली अंतिम सांस…
गौरतलब है कि भारत के सर्वाधिक सम्मानित राजनेताओं में से एक पूर्व राष्ट्रपति मुखर्जी का सोमवार की शाम निधन हो गया. मुखर्जी 21 दिन तक कई बीमारियों से संघर्ष करते रहे. वह 84 वर्ष के थे. मुखर्जी देश के बहुत ही दूरदर्शी और सम्मानित नेताओं में से एक थे. मुखर्जी को गत 10 अगस्त को सेना के ‘रिसर्च एंड रेफ्रल हास्पिटल’ में भर्ती कराया गया था. उसी दिन उनके मस्तिष्क की सर्जरी की गई.
दिल का दौरा पड़ने से हुआ निधन…
उनके परिवार में दो पुत्र और एक पुत्री हैं. लंबे समय तक कांग्रेस के नेता रहे मुखर्जी सात बार सांसद रहे . अस्पताल में भर्ती कराये जाने के समय वह कोविड-19 से संक्रमित पाये गए थे. साथ ही उनका फेफड़ों में संक्रमण के लिए भी इलाज किया जा रहा था.
उन्हें इसके चलते रविवार को ‘सेप्टिक शॉक’ आया था. चिकित्सकों ने कहा कि शाम साढ़े चार बजे दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हो गया. मुखर्जी के पुत्र अभिजीत मुखर्जी ने उनके निधन की सबसे पहले जानकारी दी.
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