Telangana Formation day 2025: तेलंगाना दिवस पर PM मोदी-अमित शाह ने दी बधाई, जानें आंध्र से कब अलग हुआ
Telangana Formation day 2025: 2 जून भारत के लिए बेहद ही खास दिन है। क्योंकि यही वो तारीख है जब आंध्र प्रदेश से अलग होकर तेलंगाना राज्य बना था। जिसे तेलंगाना फॉर्मेशन डे कहा जाता हैं। तेलंगाना के स्थापना दिवस पर सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पीएम मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह समेत कई बड़े नेताओं ने राज्य के लोगों को बधाई दी।
Telangana Formation day 2025: प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह ने दी बधाई
पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर पोस्ट किया। उन्होंने पोस्ट में लिखा, “तेलंगाना के अद्भुत लोगों को उनके राज्य दिवस पर बधाई। यह राज्य राष्ट्रीय प्रगति में असंख्य योगदान देने के लिए जाना जाता है। पिछले एक दशक में NDA सरकार ने राज्य के लोगों के लिए ‘जीवन की सुगमता’ को बढ़ावा देने के लिए कई उपाय किए हैं। राज्य के लोगों को सफलता और समृद्धि का आशीर्वाद मिले।”
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ‘X’ पोस्ट में लिखा, “तेलंगाना राज्य दिवस पर, राज्य के हमारे भाइयों और बहनों को हार्दिक शुभकामनाएं। अपनी समृद्ध संस्कृति, विरासत और मेहनती लोगों के साथ, तेलंगाना भारत के जातीय-सांस्कृतिक मानचित्र पर चमकता है। राज्य समृद्धि की नई ऊंचाइयों को छुए।”
Telangana Formation day 2025: कैसे हुई तेलंगाना की स्थापना
बता दें कि लंबे आंदोलन के बाद 2014 में आंध्र प्रदेश का पुनर्गठन हुआ और इससे दो राज्य आंध्र प्रदेश और तेलंगाना बनाए गए। राष्ट्रपति ने 1 मार्च 2014 को राज्य पुनर्गठन विधेयक को मंजूरी दी। इसके बाद 2 जून 2014 को तेलंगाना को आधिकारिक तौर पर राज्य का दर्जा दिया गया और इस दिन को तेलंगाना दिवस या तेलंगाना स्थापना दिवस के रूप में मनाया जाता है। तेलंगाना को भारत के 29वें राज्य के रूप में जाना जाता है।
निज़ामों की धरती कहलाने वाला हैदराबाद आज जिस तरह दिखता है, वैसा ही कभी आंध्र प्रदेश का हिस्सा हुआ करता था। आज हम उसी तेलंगाना की बात करेंगे जिसका गठन 2 जून 2014 को हुआ और इसकी राजधानी हैदराबाद है। आंध्र प्रदेश का हिस्सा बनने के कुछ साल बाद ही तेलंगाना राज्य की मांग शुरू हो गई थी। इसका कारण था – आंध्र प्रदेश के साथ आर्थिक और सांस्कृतिक असमानताओं का सामना करना। तेलंगाना के लोगों को लगा कि सरकार उनके क्षेत्र के विकास को नज़रअंदाज़ कर रही है और अपनी सांस्कृतिक पहचान खोती जा रही है। वहीं लंबे आंदोलन के बाद 2 जून 2014 को राज्य का गठन हुआ।
तेलंगाना का क्षेत्रफल
तेलंगाना का क्षेत्रफल 114,840 वर्ग किलोमीटर (44,340 वर्ग मील) है और इसकी आबादी 35,193,978 (2011 की जनगणना) है। यह भारत का बारहवां सबसे बड़ा राज्य और भारत का बारहवां सबसे अधिक आबादी वाला प्रदेश है। इसके अलावा कृष्णा और गोदावरी दो प्रमुख नदियां हैं जो इस क्षेत्र से होकर बहती हैं। अगर आप नक्शे में तेलंगाना को देखें तो तेलंगाना राज्य उत्तर में महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़, पश्चिम में कर्नाटक और दक्षिण और पूर्व में आंध्र प्रदेश से घिरा हुआ है।
इसके प्रमुख शहरों में हैदराबाद, वारंगल, निज़ामाबाद, करीमनगर और रामागुंडम शामिल हैं। इतना ही नहीं लगभग 27,292 वर्ग किलोमीटर का क्षेत्र पहाड़ी इलाकों, पर्वत श्रृंखलाओं और घने जंगलों से घिरा हुआ है। हार्डविकिया बिनाटा और अल्बिजिया अमारा घाटी की विशिष्ट वनस्पतियां हैं। तेलंगाना आने वाले पर्यटक राष्ट्रीय उद्यानों और वन्यजीव अभयारण्यों में जीवों का आनंद ले सकते हैं।
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