सिख समाज ने की 30 हजार प्रवासी कामगारों के लिये अनूठी पहल

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बहराइच–कोरोना महामारी ने मानव जीवन को संकट में डाल रखा है। लॉकडाउन के बाद प्रवासी कामगारों एवं आम लोगों को खाने-पीने की कोई दिक्कत न हो, इसके लिए शासन-प्रशासन के स्तर से इंतजाम तो हो ही रहे हैं लेकिन बड़ी समस्या उन लोगों के सामने है जो या तो रोज कमाने-खाने वाले हैं या प्रवासी कामगार जो विभिन्न राज्यों से बड़ी संख्या में अपने घर वापस जा रहे हैं या फिर जैसे-तैसे भीख मांगकर अपना पेट पालने वाले हैं।

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मानसिक विक्षिप्त भी सड़कों-चौराहों पर बेसुध पड़े रह रहे हैं। ऐसे जरूरतमंदों को भरपेट भोजन के लिए बहराइच के गुरुनानक चौक,सुन्दर नगर स्थित गुरुद्वारा गुरुबाणी केन्द्र की गुरुनानक लंगर सेवा लाकडाउन के चन्द दिन बाद से ही निःशुल्क लंगर चला रहा है । जहां सिख समाज की निःशुल्क लंगर की पहल समाज के अन्य संगठनों, स्वयंसेवी संस्थाओं को राह दिखाने वाली है ।

कोई भूखा पेट न रहे, इस संकल्प के साथ बहराइच सिख समाज व गुरूद्वारा गुरुबाणी केन्द्र के प्रधान सरदार जसबीर सिंह के नेतृत्व में रोजाना 800 पैकेट भोजन बंटवाने का न सिर्फ कार्य किया जा रहा है बल्कि 30 मार्च से यह सिलसिला अनवरत जारी है।

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सिख समुदाय के लोग अपने लक्जरी वाहनों से शहर के उन स्थानों पर लंगर चला रहे हैं जहां से प्रवासी कामगार शहर में प्रवेश करते हैं । प्रधान जसबीर सिंह ने बताया कि भोजन के साथ मिनरल वाटर फल बिस्किट व अन्य सामग्रियां भी वितरित की जा रही हैं । सरदार गुरुप्रीत सिंह वीशू ने बताया कि सिख समाज द्वारा चलाये जा रहे लंगर में अभी तक लगभग 38400 लोगों ने निःशुल्क प्रसाद ग्रहण किया है ।

वीशू ने बताया कि बीते दिन एक गरीब के पास पांच रुपये न होने के चलते उसे एक भोजन वितरण स्थान से दुत्कार कर भगा दिया गया था । जब उसकी व्यथा उन्होंने सुनी तो उनका दिल पसीज गया । उन्होंने बताया कि पहले तो लंगर की व्यवस्था सीमित थी लेकिन उक्त घटना के बाद इसे और वृहद रूप प्रदान कर दिया गया है।

इस सेवा में परमजीत सिंह इन्द्रपाल सिंह हरप्रीत सिंह प्रभजीत सिंह राजेन्द्र सिंह सिमर सिंह आत्मजीत सिंह हर्षप्रीत सिंह आदि सहयोग में जुटे हैं ।

(रिपोर्ट-अनुराग पाठक, बहराइच)

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