Corona संदिग्ध मानते हुए महिलाओं की डॉक्टरों ने नहीं की डायलेसिस

एटा–खबर एटा से है जहाँ जिला चिकित्सालय की डायलेसिस यूनिट पर डायलेसिस कराने आईं दो महिलाओं की ट्रैबल हिस्ट्री होने पर उन्हें कोरोना (Corona ) संदिग्ध मानते हुए डायलेसिस यूनिट कर्मियों ने बिना जांच डायलेसिस करने से इंकार कर दिया है।

यह भी पढ़ें-‘State के किसानों के साथ जन सुविधा केंद्रों में हो रही है धोखाधड़ी’: अजय कुमार लल्लू

डायलेसिस यूनिट प्रभारी ने बताया है कि यूनिट पर आयी निधौलीकलां की रहने वाली विनीता गुप्ता पत्नी पप्पन गुप्ता उनके केन्द्र पर पिछले 7 माह से डायलेसिस कराती आ रही हैं।किन्तु हाल ही में ये लगभग 20 दिनों दिल्ली के एक चिकित्सालय में भर्ती रहकर लौटी हैं, जबकि कासगंज जिला मुख्यालय के हाटस्पाॅट बाले इलाके मोहल्ला मोहन से आयी अनुराधा गुप्ता पत्नी सुभाषचंद्र गुप्ता बीते 9 अप्रेल को इस यूनिट पर अपना डायलेसिस कराने के बाद अलीगढ़ मेडीकल कालेज में भर्ती रही और इनके चेहरे पर दाने उभर रहे हैं तथा इन्हें खांसी-जुकाम भी है इसके चलते उनकी डायलिसिस नही किया गया। वही बताया जा रहा है कि दोनों ही महिलाओं की कोरोना (Corona ) प्रभावित क्षेत्र की ट्रैवल हिस्ट्री होने के कारण उन्हें पहले अपनी जांच कराने को कहा गया है और उनकी जांच रिपोर्ट निगेटिव आने पर ही उनका डायलेसिस किया जाएगा।

यह भी पढ़ें-लॉकडाउन ने छिना रोजगार, अब इस तरह परिवार का गुजारा कर रहा दिव्यांग

अगर ऐसा न किया गया और इनमें से कोई भी कोरोना (Corona ) पाॅजिटिव निकला तो उन्हें पूरा यूनिट ही सील करना पड़ेगा, जिसके चलते आम रोगियों को कितनी परेशानी होगी इसकी आप कल्पना नही कर सकते। वही जिला अस्पताल के सीएमएस डाॅ. राजेश अग्रवाल ने कहा है कि दोनों महिलाओं का (Corona ) सेंपल जांच के लिए भेजा जा रहा है,इसकी रिपोर्ट आने के बाद ही डायलेसिस हो सकेगी।

यह भी पढ़ें-स्वच्छता कर्मियों की आरती उतार बोलीं महापौर ,-‘सफाईकर्मी नहीं आप तो दूत है’

(रिपोर्ट- आर.बी.द्विवेदी, एटा)

cronadylysisetahpatienttravel history
Comments (0)
Add Comment