दुधवा टाइगर रिजर्व में 4 गैंडों ने किया धूमधाम से गृह प्रवेश

0 22

न्यूज डेस्क — उत्तर प्रदेश के लखीमपुर दुधवा टाइगर रिजर्व में 4 नए गैंडों का प्रवेश कराने का काम संपन्न हो गया है. सोमवार को असम से आई राइनो एक्सपर्ट की टीम ने गैंडों को नए घर में शिफ्ट करने का काम सफलतापूर्वक पूरा किया. आनुवांशिक बीमीरियों से बचने के लिए दुधवा टाइगर रिजर्व में

Related News
1 of 1,456

एक मेल और तीन फीमेल को करीब 15 सालों के इंतजार के बाद राइनो फेज टू में बने नए आशियाने में शिफ्ट किया गया.दरअसल 1984 में दुधवा टाइगर रिजर्व में असम से 5 गैंडों को लाकर बसाया गया था. बाद में पांच में से दो गैंडों की मौत हो गई थी. इसके बाद दर्जन भर हाथियों के बदले नेपाल से तीन गैंडों को यहां लाया गया. आज 33 गैंडों का कुनबा यहां रहता है लेकिन वाइल्ड लाइफ से जुड़े जानकारों ने लगातार एक नर से हो रही संतानों को लेकर गैंडों में जेनेटिक समस्या होने की आशंका जताई थी.

इसी वजह से असम से आए एक्सपर्ट्स ने स्टाफ के साथ एक-एक कर चार गैंडों को नए आशियाने में पहुंचाया है. इसमें नेपाल से भागकर आया मेल नेपोलियन भी है. नेपोलियन के साथ तीन मादाओं को नए आशियाने में भेजा गया है.बता दें कि गैंडों को चार दिन में शिफ्ट किया जा सका. बेलरायां रेंज के भादी ताल क्षेत्र में करीब 14.2 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र को उर्जाचलित बाड़ से घेरकर गैंडों का नया आशियाना पहले ही तैयार किया जा चुका था.दरअसल एक गैंडे को ट्रैंकुलाइज करके परियोजना स्थल तक पहुंचाने में करीब पांच से छह घंटे का समय लगा. 

Get real time updates directly on you device, subscribe now.

Comments
Loading...