lockdown: मस्जिदों में जुमे की नमाज अता करने वालों को बड़ी राहत, लेकिन ये है शर्ते…

लॉक डाउन का असर मस्जिद में होने वाली जुमे की नमाज में दिखना शुरू हो गया है

बलरामपुर में लॉक डाउन का असर मस्जिद में होने वाली जुमे की नमाज (Namaz) में दिखना शुरू हो गया है। जुमे की नमाज़ पर मस्जिदों में सन्नाटा पसरा रहा। शहर की सबसे बड़ी मस्जिद कहे जाने वाली बीबी बांदी मस्जिद ईदगाह जामा मस्जिद में सामुहिक रूप से अता की जाने वाली जुमे की नमाज अता नहीं की गई।

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हालांकि राहत की बात ये कि जिले के सभी मस्जिदों में तीन या चार लोगों ने ही जुमे की नमाज़ (Namaz) कर सकते है। इस दौरान मस्जिदों के मुख्य गेट छोड़ कर अन्य सभी गेटों पर ताला लगा दिया गया था। वही (lockdown) मस्जिदों के गेट पर जिला प्रशासन द्वारा नोटिस भी चस्पा किया गया।

वहीं बलरामपुर के शहर मुफ़्ती मसीह अहमद कादरी की तरफ से सभी नमाजियों को कहा गया था कि वह जुमे की नमाज अपने घर में ही पढ़े। मस्जिद में जो 4-5 लोग ही अंदर नमाज पढ़ेंगे बाकी सभी आम लोग अपने घर पर ही नमाज पढ़ेंगे। जिसका असर भी हुआ। आज इक्का-दुक्का लोग ही नमाज पढ़ने के लिए पहुंचे। जिनको वापस कर दिया गया।

शहर मुफ़्ती ने लोगो से अपील की है कि लोग कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए लोग अपने घरों में नमाज़ अदा करें और मस्जिद में आने की आवश्यकता नही है।उन्होंने ये भी कहा कि लोग शासन के निर्देशों का पूर्ण रूप से पालन कर रहे है। इस दौरान सभी मस्जिदों के बाहर पुलिस फोर्स भी पूरी तरह मुस्तैद रही।

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(रिपोर्ट- सुजीत कुमार, बलरामपुर)

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