Barabanki: एक ही परिवार से उठी चार अर्थिया, पूरा गांव हुआ गमगीन

परिवार पर टूटा दुःखो का पहाड़, पिता की मौत सुनकर सूरत से निकले दो भाइयो समेत चाचा को ट्रक ने रौंदा,तीनों की हुई थी मौत

यूपी के बाराबंकी (Barabanki) जिले में एक के बाद एक हुए दो सड़क हादसों में पाँच लोगों की मौत हो गयी, जबकि 5 लोग जिंदगी और मौत के बीच लखनऊ के ट्रामा सेन्टर में जंग लड़ रहे है। जिन दोनो सड़क हादसों में पाँच लोगों की मौत हुई है। उनमें एक साथ दो लोग तो दूसरी जगह एक ही परिवार के तीन लोंगो को ट्रक ने रौंद दिया। जिससे तीनों मौत हो गई।

ये भी पढ़ें..गुजरात में संपादक राजद्रोह में गिरफ्तार, लिखी थी ये खबर…

पिता की मौत में शामिल होने आ रहे थे सभी

इस दर्दनाक से परिवार में दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। मरने वाले ये सभी तीनों लोग बहराइच के ग्राम पंचायत हुसैनपुरवा के मोहल्ला अंसारी के रहने वाले थे जो सूरत में कमाने गए थे। वहीं सूचना पाकर बाराबंकी (Barabanki) पोस्ट मार्टम हाउस पहुँचे उनके रिश्तेदार ने बताया ट्रक की चपेट में आये 4 लोगों का इलाज लखनऊ के ट्रामा सेन्टर में चल रहा है।

उन्होंने बताया की ये सभी 7 लोग परिवार में हुए मुखिया हरिहर प्रसाद की मौत की सूचना पाकर एक साथ सूरत से बहराइच के लिए चले थे जो लोग लॉकडाउन के दौरान नियमों का पालन करके सूरत में रुके हुए थे लेकिन जब उन्हें परिवार के मुखिया की मौत की सूचना आई तो सभी लोग सूरत से बहराइच के लिए निकल पड़े थे। किसी तरह जगह-जगह वाहनों को बदलते बदलते वो बाराबंकी तक ही पहुँच पाये उनकी मंजिल नही मिली।

एक साथ उठी चार अर्थिया…

मरने वाले लोगों के रिश्तेदार ने बताया की मरने वालों में 40 वर्ष के चाचा मोहन निषाद और 30 साल के उनके भतीजे जितेंद्र और 35 साल के शिशुपाल है ये तीनो लोग बहराइच जाने के लिए एक गाड़ी की तरफ बढ़े ही थे की एक अज्ञात ट्रक ने तीनों को रौंद दिया जिससे तीनो की दर्दनाक मौत हो गयी। एक परिवार में अब एक साथ 4 लाशें उठ गई एक साथ परिवार के चार लोगों का एक साथ चले जाना परिवार के लिए बहुत बड़ी मुशीबत है जिसे सुनकर सभी का कलेजा कांप जाता है क्योंकि अब कोई कमाने वाला परिवार में नही बचा।

ये भी पढ़ें..Lockdown के बाद फिर से पटरी पर सरपट दौड़ने के लिए तैयार है लखनऊ मेट्रो

(रिपोर्ट- दीपक कश्यप, बाराबंकी) 

एक साथ उठी चार अर्थियाबाराबंकीसड़क हादसा
Comments (0)
Add Comment