तबादलों के नाम पर महिला पुलिसकर्मियों हो रहा शारीरिक शोषण, DGP को लिखा पत्र

महिला पुलिसकर्मी का आरोप देह व्यापार करने वाली महिलाओं से भी ज्यादा बदतर हालत..

उत्तर प्रदेश पुलिस बीते कई दिनों से चर्चा में है। फिर चाहे वो गैंगस्टर विकास दूबे का मालमा हो या सूबे में बढ़ता अपराध। अब यूपी पुलिस एक बार फिर सुर्खियों में है। इसबार मामला डिपार्टमेंट के अंदर का ही है, जहां महिला पुलिसकर्मी ने संगीन आरोप लगाते हुए राज्य के DGP को पत्र लिखा है।

ये भी पढ़ें..खुलेआम कैबिनेट मंत्री ‘मोती सिंह’ के एनकाउंटर का ऐलान ! जानें पूरा मामला..

चिट्ठी सोशल मीडिया पर हुई वायरल

दरअसल राजधानी लखनऊ में पुलिस रेडियो मुख्यालय में तैनात एक महिला पुलिसकर्मी ने तबादले के नाम पर शारीरिक और मानसिक उत्पीड़न का आरोप लगाया है। वहीं महिला पुलिसकर्मी के द्वारा डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी को लिखी गई कथित चिट्ठी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। चिट्ठी में डीआईजी स्तर के अधिकारी पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं। चिट्ठी के वायरल होने के बाद मामले की जांच महिला डीआईजी को सौंपी गई।

जानकारी के मुताबिक सोमवार को पुलिस रेडियो मुख्यालय की एक महिला पुलिसकर्मी का डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी के नाम लिखा पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। पत्र पर 18 अगस्त 2020 की तारीख पड़ी हुई है। पत्र में आरोप है कि पुलिस रेडियो मुख्यालय में नई महिला कर्मियों का शोषण हो रहा है। शिकायतकर्ता के मुताबिक उसकी भर्ती सहायक परिचालक के पद पर हुई थी और वर्तमान में प्रधान परिचालक है।

स्थानांतरण के नाम पर शारीरिक शोेषण

आरोप है कि पुलिस रेडियो शाखा में महिलाओं के लिए अलग से स्थानांतरण नीति नहीं बनी है। इसका फायदा उठाकर महिला कर्मियों का शारीरिक व मानसिक उत्पीड़न किया जा रहा है।

महिला का आरोप है कि ‘यूपी 100 जो वर्तमान में 112 है’ खुलने के बाद से यह शोषण और ज्यादा बढ़ गया है। नई लड़कियों को छांटकर पहले उनकी नियुक्ति 112 में की जाती है और बाद में पुलिस रेडियो मुख्यालय में वापस आने को लेकर सौदेबाजी होती है।

देह व्यापार करने वाली महिलाओं से भी बदतर हालत

यही नहीं आरोप है कि ‘हम नई महिला कर्मियों की दशा देह व्यापार करने वाली महिलाओं से भी ज्यादा बदतर है। तीन लड़कियां आत्महत्या कर चुकी हैं, अब कई और आत्महत्या करने वाली हैं। डीजीपी से निवेदन है कि इसे व्यक्तिगत रूप से देखें। हाथ जोड़कर प्रार्थना है कि हम लोगों का शोषण रोकें तथा नीति बनाकर ट्रांसफर या पोस्टिंग की जाए।’

ये भी पढ़ें..सेक्स रैकेट खुलासे में फसी पुलिस, पूर्व सीओ समेत 10 पुलिसकर्मियों पर केस

(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें। आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं। )

उत्तर प्रदेशजांचडीजीपीपत्रपोस्टिंगमहिला पुलिसकर्मीमानसिक शोषणशारीरिक शोषणसपासौदेबाजी
Comments (0)
Add Comment