गांव का मुख्य मार्ग बना दलदल

विकास की किरण ने अभी इस गांव की तरफ रुख नहीं किया है।

फतेहपुर जनपद के देवमई विकासखंड के हाजीपुर ग्राम सभा के मजरे मकुवाखेड़ा के वाशिंदे आजादी के बाद से अभी मूलभूत आवश्यकताओं नाली, खड़ंजा ,पीने का पानी, बरातशाला ,विद्यालय से अभी भी वंचित है ।विकास की किरण ने अभी इस गांव की तरफ रुख नहीं किया है।

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मकुवाखेड़ा गांव में 60 घरों में 500 की आबादी बसती है ।पूरे गांव को पानी पीने के लिए सिर्फ एक सरकारी हैंड पंप ही लगा है ।गांव की गलियां गंदगी से पटी पड़ी है ।नालियों में गंदगी बजबजा रही है ।गांव के बाशिंदे इसी गंदगी से निकलकर जीवन यापन करते हैं ।गांव में फैली रास्तों में गंदगी अनहोनी बीमारी को आमंत्रित कर रही है। 5 साल पहले गांव की विकास की ललक को लेकर हाजीपुर गांव के धर्मवीर रावत को प्रधान चुना गया था ।लेकिन काम के नाम पर ग्राम प्रधान द्वारा मकुवाखेडा की अनदेखी की गई है ।

गांव में एक भी खड़ंजा ,नाली निर्माण नहीं किया गया है। गांव के अंशु ,आशीष, सुनील ,रामू, सुरेश ,नरेश रतिराम ने गांव में नाली, खडंजा ,बरातशाला ,स्कूल बनवाने जाने की मांग जहानाबाद विधायक व मंत्री जय कुमार सिंह जैकी से किया है। इस बाबत ग्राम प्रधान से बात करने की कोशिश विफल रही उन्होंने फोन अपने बेटे को देकर बात करने से मना कर दिया।

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