महाराजा सुहेलदेव क्षत्रिय, उनकी जाति को लेकर न हो राजनीति – करणी सेना

राजपूत करणी सेना के प्रदेश अध्यक्ष राकेश रघुवंशी ने कहा है कि सरकार की ओर से सुहेल देव स्मारक का सौन्दर्यीकरण व पर्यटक स्थल से जोड़ना स्वागत योग्य कदम है।

पूर्व मंत्री व सरकार के कुछ मंत्रियों की ओर से उनको अपना बंशज बताया जाना गलत कदम है। सुहेल देव सूर्यवंशी वैस क्षत्रिय थे। यह बात उन्होंने शहर के सूफीपुरा हनुमानपुरी कालोनी में राजपूत करणी सेना के जिलाध्यक्ष आशीष सिंह के आवास पर पत्रकारों से रूबरू होते हुए कही ।

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उन्होंने कहा कि उन्नाव से गोंडा तक के इलाके में भर समुदाय की बाहुल्यता थी। 21 राजाओं के संगठन की संयुक्त सेना ने बहराइच के रास्ते अयोध्या जाकर राम मंदिर का विध्वंस का मंसूबा बनाए सालार मसऊद की साढ़े तीन लाख सैनिकों की सेना का समूल नाश कर दिया था। यदि महाराजा सुहेल देव की जाति से खिलवाड़ किया तो करणी सेना अपने तरीके से आंदोलन करेगी।

बोट बैंक की राजनीति में ऐसा नही होना चाहिए। महाराजा सुहेल देव का एक गौरव शाली इतिहास रहा है। उन्होंने कहा कि सुहेल देव हिन्दू थे। उन्होंने हिन्दुस्तान, हिन्दु व हिन्दू धर्म की रक्षा के लिए भर व अन्य राजाओं के गठबंधन की सेना का नेतृत्व कर रण जीता था। करणी सेना का किसी जाति से कोई बैर नही है।

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(रिपोेर्ट- अनुराग पाठक, बहराइच)

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