शर्मनाकःयहां सफाई से लेकर पढ़ाई तक सारी जिम्मेदारी मासूम कंधों पर

भारी भरकम सैलरी के बावजूद अपने पर्सनल काम निपटते है शिक्षक

प्रतापगढ़ — सूबे में प्राथमिक विद्यालयों में बेहतरीन शिक्षा के लिए सरकार द्वारा काफी प्रयास किये जा रहे है, लेकिन मातहत इसकी धज्जियां उड़ाने से बाज नही आ रहे है। प्रतापगढ़ भी इससे अछूता नही है। जिले के बाबागंज ब्लाक के सरायछत्ता प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक ऐसी अनोखी शिक्षा प्रणाली अपना रहे है जिसे देखकर आप भी दांतो तले उंगली दबा लेंगे!

देखिए नजारा है क्लास का, कक्षा 1 से 5 तक के बच्चे एक साथ पढ़ाये जाते है इस विद्यालय में। अब आप खुद आकलन कर सकते है कैसे और किस क्लास के बच्चों को पढ़ाते होंगे शिक्षक। ऐसा अनूठा शिक्षणकार्य न तो देखा होगा और न ही सुना होगा। जबकि विद्यालय में चार शिक्षक तैनात है। लेकिन शिक्षक और सफाई कर्मी बाजारों राजनीतिक चर्चो में मशगूल होकर मजे लेते है। स्कूल में बना दी जाती है बच्चों की क्लास की खिचड़ी। सफाई से लेकर पढ़ाई तक की सारी जिम्मेदारी रहती है बच्चों के कंधों पर।

भारी भरकम सैलरी के बावजूद अपने पर्सनल काम निपटते है शिक्षक

इसका सीधा सा कारण है कि भारी भरकम सैलरी के बावजूद गांव पड़ोस में तैनाती के खेती बारी के काम निपटाने के बाद जब फुर्सत मिलती है तो स्कूल का रुख करते है, लेकिन बाजार में पहुच कर चायपान की दुकानों पर जमी चौपाल की शोभा बन जाते है शिक्षक। शिक्षा की निचली कड़ी शिक्षामित्रों के भरोसे रह जाते है स्कूल, लेकिन कभी कभी शिक्षामित्र भी भारी पड़ जाते है शिक्षकों पर। खण्डशिक्षा अधिकारी भी इन शिक्षकों के असहाय नजर आते है जिनके जिम्मे होती है ब्लाक स्तर की जिम्मेदारी। कमोवेश यही हाल है स्कूल परिसर में चलने वाले आंगनवाड़ी केंद्रों की भी।

इस बाबत हमने बेसिक शिक्षा अधिकारी अशोक सिंह से बात की तो बताया कि विद्यालय में चार शिक्षक तैनात है साठ छात्रों को पढ़ाने को, मामला संज्ञान में आया है इसकी जांच कराई जाएगी यदि शिक्षक दोषी पाए जाते है तो उनके खिलाफ सख्त कार्यवाई की जाएगी।

(रिपोर्ट-मनोज त्रिपाठी,प्रतापगढ़)

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