जानिए ! आखिर कहां गए भारत में बंद हुए पुराने 500-1000 के नोट

नई दिल्ली– भारत में नोटबंदी को एक साल पूरा हो चुका है। नोटबंदी के दिन पुराने 500-1000 के नोटों को चलन से बाहर कर दिया गया था। लेकिन, क्या आपको पता है कि अब 500-1000 के नोट कहां इस्तेमाल हो रहे हैं, बैंक में जमा करने के बाद इन नोटों का क्या किया गया और इनका आने वाले दिनों में क्या होगा। 

 

ये बंद किए गए 500 और 1000 के नोट दक्षिण अफ्रीका भेजे जा रहे हैं। अब इन नोटों का इस्तेमाल दक्षिण अफ्रीका के चुनाव प्रचार में होगा। दरअसल रिजर्व बैंक के तिरुवनंतपुरम स्थित क्षेत्रिय कार्यालय ने वेस्टर्न इंडिया प्लाईवुड लिमिटेड से नोट को डिस्पोज (नष्ट) करने के लिए सुझाव मांगा था। चूँकि करेंसी पेपर में अलग तरह के कागज का इस्तेमाल होता है इसलिए इन्हें जलाने से पर्यावरण को बड़ा नुकसान होता। नोट के अमान्य होने या पुराने होने पर आरबीआई ऐसे नोटों को जला कर नष्ट करता है।  लेकिन, नोटबंदी के बाद नोटों की संख्या काफी ज्यादा थी, इसलिए इन्हें नष्ट नहीं किया जा सकता था। इसलिए आरबीआई ने वेस्टर्न इंडिया को नोट रीसाइकिल करने के लिए दिए। 

टी एम बावा के मुताबिक, ‘हमने रिजर्व बैंक से कुछ नोटों के बंडल भेजे गए, जिन्हें हमने उच्च तापमान पर पकाया। नोटों का पल्प (pulp) बन जाने पर इसके defibrator यानी रिफाइनर में डाला गया. इसके बाद पल्प को वुड पल्प के साथ मिक्स किया गया, जिसका इस्तेमाल हार्डबोर्ड बनाने में होता है.’ दक्षिण अफ्रीका में बड़ा मात्रा में इन बोर्ड्स के खरीदार हैं, जहां इन बोर्ड्स का इस्तेमाल चुनाव प्रचार में किया जाता है। इसके अलावा मिडिल ईस्ट में भी इन बोर्ड्स का एक्सपोर्ट होता है। करेंसी कागज से बने हार्डबोर्ड मजबूत (अच्छी गुणवत्ता का) और अलग दिखाई देता हैं। 

 

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