खालिस्तानी ‘तूफान’ के आगे बेबस हुई पंजाब पुलिस, समर्थकों ने थाने में बंदूक-तलवार लेकर मचाया था गदर

खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह के सहयोगी लवप्रीत तूफान को शुक्रवार को जेल से रिहा कर दिया गया है। पंजाब के अजनाला की एक अदालत ने लवप्रीत सिंह को रिहा करने का आदेश दिया था और इसके कुछ घंटे बाद उन्हें जेल से रिहा कर दिया गया। गुरुवार को लवप्रीत तूफान की गिरफ्तारी के बाद खालिस्तानी समर्थकों ने उन्हें छुड़ाने के लिए अजनाला पुलिस थाने पर धावा बोल दिया था। इस दौरान कुछ समर्थकों के हाथों में लाठी डंडे, तलवारें और बंदूकें थीं। समर्थक मांग कर रहे थे कि लवप्रीत सिंह उर्फ ‘तूफान’ को रिहा किया जाए

खालिस्तानी समर्थकों के हमले के बाद शुक्रवार को पुलिस थाने और अजनाला में कड़ी सुरक्षा बढ़ा दी गई थी। अधिकारियों ने कहा कि संघर्ष के दौरान तीन पुलिसकर्मी घायल हो गए थे। इसके पहले दिन में पुलिस अधीक्षक अमृतसर (ग्रामीण) सतींद्र सिंह ने कथित अपहरण का जिक्र करते हुए कहा कि अमृतपाल पक्ष ने सबूत दिए हैं जिसके अनुसार लवप्रीत तूफान घटना स्थल पर मौजूद नहीं था। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि उन्होंने गुरुवार को सबूत दिए। इसके आधार पर अदालत के जरिए उन्हें रिहा किया जा रहा है।’

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अमृतपाल सिंह समेत 30 के खिलाफ मामला दर्ज

उन्होंने कहा कि अभी तक हालात शांतिपूर्ण और नियंत्रण में हैं। ‘वारिस पंजाब दे’ नामक संगठन के अध्यक्ष अमृतपाल सिंह ने अपने समर्थक की रिहाई को लेकर एक चेतावनी जारी की थी। रूपनगर जिले में चमकौर साहिब निवासी बरिंदर सिंह के कथित अपहरण और पिटाई के मामले में अमृतपाल सिंह और उनके 30 समर्थकों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। बरिंदर सिंह ने अपनी शिकायत में पुलिस से कहा था कि अमृतपाल सिंह के सहयोगियों ने उसका अजनाला से अपहरण कर लिया था और उसे अज्ञात स्थान पर ले गए जहां उसकी बेरहमी से पिटाई की गई। इसमें लवप्रीत तूफान का नाम भी शामिल था।

दुबई में रह चुके अमृतपाल सिंह को हाल में अभिनेता और कार्यकर्ता दीप सिद्धू द्वारा स्थापित संगठन ‘वारिस पंजाब दे’ का प्रमुख नियुक्त किया गया था। सिद्धू की पिछले साल फरवरी में एक सड़क दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी। यह कार्यक्रम मारे गए आतंकी जरनैल सिंह भिंडरावाले के पैतृक गांव मोगा जिले के रोड में आयोजित किया गया था। इससे पहले अमृतपाल सिंह अपने परिवार के ट्रांसपोर्ट बिजनेस में काम करता था। अमृतपाल को उस संगठन का प्रमुख बनाया गया जिसे सिद्धू ने पंजाब के अधिकारों की रक्षा करने और सामाजिक मुद्दों को उठाने के लिए बनाया था।

खालिस्तानी समर्थक ने दी थी धमकी

भिंडरावाले के अनुयायी होने का दावा करने वाले अमृतपाल सिंह ने पिछले कुछ हफ्तों के दौरान कुछ विवादित भाषण दिए हैं। अमृतसर के जल्लूपुर खेड़ा गांव का रहने वाला सिंह मारे गए आतंकी भिंडरावाले की तरह हथियारबंद लोगों के साथ घूमता है। अमृतपाल के कुछ समर्थक उसे भिंडरावाले 2।0 कहते हैं। उपदेशक ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को हाल में कथित तौर पर धमकी दी थी, जिसमें कहा गया था कि उनका हश्र पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी जैसा होगा।

इस महीने की शुरुआत में सिंह ने अपने पैतृक गांव जल्लूपुर खेड़ा में एक सादे समारोह में ब्रिटेन में रहने वाली अनिवासी भारतीय (एनआरआई) किरणदीप कौर के साथ शादी की। यह पूछे जाने पर कि क्या वह अपनी एनआरआई पत्नी के साथ अमृतसर में रहेगा जैसा कि वह युवाओं से विदेश नहीं जाने के लिए कहते रहा है, अमृतपाल सिंह ने कहा कि उसकी शादी ‘रिवर्स माइग्रेशन’ का एक उदाहरण है।

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