हज हाउस के भगवाकरण पर विपक्षियों ने किया जमकर हमला

लखनऊ– उत्तर प्रदेश में जब से भाजपा की सरकार बनी है तब से राज्य को भगवा रंग में रंगने की मुहिम चल रही है। एक के बाद एक कई प्रशासनिक भवनों के साथ बस से लेकर सोफे, चादर सड़कों के साइनबोर्ड और अब योगी सरकार ने लखनऊ स्थित हज हाउस को भगवा रंग में रंग दिया है।

     इससे पहले हज हाउस की दीवारें सफेद और हल्की हरे रंग में थीं, लेकिन अब इसकी दीवारों पर गेरुआ रंग चढ़ रहा है। योगी सरकार के इस कदम पर राजनीति शुरू हो गई है। विपक्षी नेताओं और उलेमाओं ने इस कदम का विरोध किया है। मौलाना सैफ अब्बास नकवी ने कहा कि -‘विकास की नहीं, बांटने की राजनीति हो रही है। हमें रंगों से परहेज नहीं है लेकिन सीएम को ऐसे काम करने चाहिए जिससे लोग जुड़ें, न कि टूटें। वो सबके मुख्यमंत्री हैं। सरकार यदि आदेश जारी करे तो हम अपने घर भी भगवा करा लेंगे।

   ‘बीएसपी के प्रदेश अध्यक्ष राम अचल राजभर ने भी कहा कि-‘सरकार पूरे प्रदेश का ही भगवाकरण करने में जुटी है। विकास और कानून व्यवस्था के मुद्दे पर सरकार फेल है। बिल्डिंगों के रंग बदलकर जनता का ध्यान भटकाने की कोशिश हो रही है।’ इसके अलावा उ. प्र. कांग्रेस के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के पूर्व चेयरमैन मारूफ खान का कहना है -‘बिल्डिंगों को रंगने से अवाम का भला नहीं होने वाला। सरकार को गरीबों को ठंड से बचाने के लिए काम करना चाहिए। कड़ाके की सर्दी में बच्चों को स्वेटर नहीं मिल सके। यही पैसा इन जरूरी चीजों पर खर्च हो सकता था।’

    वहीं हज कमिटी के सचिव आरपी सिंह का कहना है कि पोस्टर आदि चिपकाने की वजह से दीवारें गंदी हो गई थीं। इसलिए पुताई कराई जा रही है। बाउंड्री के लिए सोचा गया था कि कोई चमकदार रंग ही अच्छा लगेगा, इसलिए इसे भगवा रंगा गया। और कोई मकसद नहीं है।

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