एक दिन और टली लालू यादव की सजा !

न्यूज़ डेस्क– करीब एक हजार करोड़ रुपये के चारा घोटाले से जुड़े एक मामले में राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव को एक और दिन के लिए सजा से मोहलत मिल गई है। आरजेडी चीफ की सजा पर गुरुवार को भी कोर्ट में सुनवाई नहीं हो सकी।

अब शुक्रवार को रांची की विशेष सीबीआई अदालत इस मामले में उनको सजा सुनाएगी। सीबीआई कोर्ट ने आरजेडी सुप्रीमो समेत 16 आरोपियों को 23 दिसंबर 2017 को देवघर ट्रेजरी में भ्रष्टाचार से जुड़े इस मामले में दोषी करार दिया था। बता दे कि लालू यादव की सजा का आज ऐलान 3 जनवरी को किया जाना था लेकिन वकील बिंदेश्वरी प्रसाद के निधन के कारण सजा पर अदालत ने सुनवाई गुरुवार तक के लिए टाल दी थी । लेकिन गुरुवार को भी कोर्ट में सुनवाई नहीं हो सकी और लालू की सजा शुक्रवार तक के लिए टल गयी। इससे पहले लालू को कड़ी सुरक्षा के बीच बिरसा मुंडा कारागार से रांची स्थित सीबीआई की विशेष अदालत में लाया गया था ।

लालू यादव की सजा पर टला फैसला, कल होगा सजा का ऐलान

ये है चारा घोटाला:

वर्ष 1996 के जनवरी महीने में वेस्ट सिंहभूम (वर्तमान में झारखंड) जिले में छापेमारी के बाद बिहार पशुपालन विभाग के चारा घोटाले का खुलासा हुआ था। आरोप है कि इस घोटाले में सरकारी खजाने को चपत लगाते हुए 950 करोड़ रुपये का गबन किया गया। 

बता दें कि लालू प्रसाद सबसे पहली बार 1997 में चारा घोटाले के सिलसिले में जेल भेजे गए थे। तब उन्होंने इस्तीफा देकर अपनी पत्नी राबड़ी देवी को बिहार का सीएम बनाया था। हालांकि उस वक्त उनकी पार्टी पर इसका कोई असर नहीं पड़ा था। लेकिन तब से लेकर अब हालात पूरी तरह बदल गए हैं। अंतिम बार लालू अक्टूबर 2013 में जेल गए थे, जब कोर्ट ने उन्हें दोषी करार देते हुए पांच साल की सजा सुनाई थी। इसके बाद लालू की लोकसभा सदस्यता भी छिन गई थी। माना जा रहा है कि इस बार लालू जेल गए तो उनकी पार्टी में भारी उठा-पठक हो सकती है। 

लालू के अलावा चारा घोटाले के आरोपियों में बिहार के पूर्व सीएम जगन्नाथ मिश्र सहित विद्यासागर निषाद, आर के राणा, ध्रुव भगत, आईएएस अफसर महेश प्रसाद और बेक जूलियस शामिल हैं। इस घोटाले से जुड़े सात आरोपियों की मौत हो चुकी है, जबकि दो आरोपी सरकारी गवाह बन चुके हैं। इनमें से एक ने अपना गुनाह कबूल कर लिया था और एक आरोपी को कोर्ट ने बरी कर दिया था।  

 

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