गणतन्त्र दिवस स्पेशल-बच्चों को जमीन से उठने की मिली आज़ादी 

बलिया — यूपी की सरकारी शिक्षा व्यवस्था में संसाधनों की कमी से बच्चों की शिक्षा पर बुरा असर पड़ रहा  है। ऐसे में जयप्रकाश नारायण के गावं के उच्चतर माध्यमिक विद्यालय काशी राय का टोला में जमीन पर पढ़ने वाले बच्चों के लिए गावं के प्रधान ने  अपने खर्च पर डेस्क और बेच बना कर दिया।

जमीन पर बैठकर पढ़ने से मिली इस आज़ादी का मजा बच्चे भी जमकर ले रहे है।आज देश गणतन्त्र दिवस की धूम में झूम उठा है। हमें आजादी मिले 70 साल बीत गए पर हमारे प्रदेश के लाखो बच्चे सरकारी स्कूलों में आज भी जमीन पर बैठकर पढ़ने को मज़बूर है।बलिया जनपद के जयप्रकाश नारायण के गावं के उच्चतर माध्यमिक विद्यालय काशी राय का टोला में भी छात्र जमीन पर बैठ कर पढ़ाई करते थे ।

पर इस गावं के प्रधान ने अपने खर्च पर सरकारी स्कूल के लिए बेंच और डेस्क बनवाया और आज इस स्कूल के बच्चे जमीन से उठकर अपने भविष्य को नई  दिशा देने के लिए पूरे उत्साह के साथ पठाई कर रहे है।जमीन पर बैठकर पत्नी की दुस्वारी इस सरकारी स्कूल के बच्चों को के लिए इतना दर्द भरा था की आस पास के प्राइवेट स्कुलों की सुविधा देखकर इन बच्चों का मनोबल टूट जाता था।ग्राम प्रधान के इस योगदान की तारीफ़ करते हुए स्कूल के प्रिंसिपल बताते है की ठण्ड में बच्चों को जमीन पर  पढ़ाते हुए बहुत दुःख होता था पर डेस्क और बेंच पाकर बच्चे बहुत खुश है।

देश में बदलाव लाने के लिए जय प्रकाश नारायण ने  जिस सिस्टम के खिलाफ आंदोलन किया था। … सालों बीत जाने के बावजूद जेपी का गांव उसी सिस्टम से हारता नज़र आ रहा है।बुनियादी जरूरतों से लड़ते इस गावं में सरकारी सिस्टम की उदासीनता साफ़ दिखाई देती है क्योकि   इस उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के 100 से ज्यादा बच्चों को पढ़ाने की जिम्मेदारी महज़ एक टीचर के कन्धों पर है।पर लाख दुस्वारियों के बीच गावं की प्रधान रूबी सिंह के प्रयासों की हर कोई तारीफ़ कर रहा है ।ऐसे प्रधान प्रतिनिधि का कहना है की शिक्षा में अमीरी  गरीबी का फर्क बच्चों की मानसिकता पर बुरा असर डालता है लिहाज़ा जमीन से बच्चों को ज़रा ऊपर उठाने का ये प्रयास उन्हें एक नै ऊर्जा देगा।

(रिपोर्ट-मनोज चतुर्वेदी,बलिया)

 

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