बाराबंकी में खुलेआम जलाई जा रही पराली, जिम्मेदार अधिकारियों ने साधी चुप्पी

सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार पराली जलाने से प्रदूषण हो रहा है जो टार्ट के तहत एक अपराध है

बाराबंकी — यूपी के बाराबंकी में तहसील नवाबगंज में मसौली थाना क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम नौबस्ता के किसान ग्राम प्रधान की सरपरस्ती में खुलेआम कोर्ट के आदेश को ठेंगा दिखाते हुए पराली जला रहे।जबकि जिम्मेदार अधिकारी चुप्पी साध कर बैठे हुए हैं जिससे वायु प्रदूषण बढ़ रहा है और पर्यावरण जहरीला हो रहा है जिसको देखते हुए सुप्रीम कोर्ट ने सख्त आदेश जारी किया है।

दरअसल सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार पराली जलाने से प्रदूषण हो रहा है जो टार्ट के तहत एक अपराध है। जीवन के अधिकार के उल्लंघन को देखते हुए जिम्मेदारी और जवाबदेही तय करने का समय आ गया है किसी भी किसान को इस आधार पर पराली जलाने का आदेश नहीं है कि उसके पास अगली फसल के लिए कम समय है ऐसे किसानों से कोई सहानुभूति नहीं की जाएगी जो दूसरों की जिंदगी खतरे में डाल रहे हैं।जहां पराली जलती है उसके पड़ोसी राज्य भी प्रभावित होते हैं ऐसे में स्टेट मशीनरी से ग्राम पंचायत स्तर तक सभी की जिम्मेदारी बनती है। पराली जलाना टार्ट के तहत दंडनीय अपराध है।

बता दें कि किसान श्याम लाल व 6 अन्य ग्रामीण निवासी ग्राम नौबस्ता थाना मसौली जिला बाराबंकी खुलेआम कोर्ट के आदेश को ठेंगा दिखाते हुए ग्राम प्रधान की सरपरस्ती में पराली जला रहे हैं। वही जिम्मेदार अधिकारी के नाक के नीचे पराली जलाई जा रही है और जिम्मेदार अधिकारी चुप्पी साधे बैठे हैं।अब देखने वाली बात होगी कि जिम्मेदार अधिकारी कोर्ट के आदेश का सम्मान करते हुए और अपने कर्तव्यों का पालन करते हुए अपराधियो पर कब तक कार्यवाई करते हैं??

(रिपोर्ट-विकास कुमार,बाराबंकी)

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