गायब बच्चों को माता -पिता से मिलाकर मिलती है इस इंस्पेक्टर को ‘किक’

भदोही– एक फिल्म में सलमान खान किसी भी काम को करने के बाद किक की तलाश में रहते है वैसे ही मासूमो को मिलाने पर जो उनके चहरे पर मुस्कान आती है उस मुस्कान से इस इस्पेक्टर को किक मिलती है l कई माता –पिता ऐसे है जिनके मासूम बच्चे सालो से गायब है l

ऐसे कई मामलो में बच्चो को खोजने में पुलिस का रवैया भी लापरवाह दिखता है लेकिन यूपी पुलिस में ऐसे भी कई पुलिसकर्मी है जिनकी प्राथमिकता है ‘गायब बच्चो को खोजना’ l ऐसे ही यूपी पुलिस के एक इस्पेक्टर है सुनील दत्त दुबे जिन्होंने अपनी सेवाकाल के दौरान 80 से ज्यादा मासूमो को अपने परिजनों से मिलवाया है l यह इस्पेक्टर माता – पिता की उस मुस्कान का दीवाना है जो अपना बच्चा मिलने के बाद माता – पिता के चेहरे पर आती है l 

इस्पेक्टर सुनील दत्त दुबे इस समय भदोही जिले के गोपीगंज कोतवाली में तैनात है l यूपी पुलिस में अपने सेवाकाल में अब तक आठ जिलो के 33 थानों में तैनाती के दौरान इस्पेक्टर सुनील ने 80 से ज्यादा गुमशुदा बच्चो की बरामदगी कराकर न सिर्फ उनके परिजनों की दुआएं बटोरी है बल्कि जनता के बीच खाकी वर्दी की बेमिसाल छवि भी पेश की है l सुनील दत्त को बच्चो को खोजने के शौक लगने की कहानी भी बड़ी दिलचिस्प है l समय था 1997 में मेरठ जनपद में तैनाती का ,वहां एक होटल पर 11 साल का बच्चा काम करता था वह जब 6 साल का था तब वहां पहुंचा था लेकिन वह अपने घर का पता नही बता पा रहा था करीब एक महीने की मेहनत के बाद सुनील दत्त ने उस बच्चे के परिजनों को खोज लिया जब उस बच्चे के माता पिता आये तो वह सुनील से लिपट कर रोने लगे और उस बच्चे के चहरे पर जो मुस्कान आई उस पल ने सुनील को ऐसे प्रेरणा दी की आज भी सुनील उस पल को पाने के लिए लगे रहते है l 

भदोही जनपद में भी सुनील ने बड़ी संख्या में बच्चो को खोजा है जिसमे दो सगी बहनों से लेकर मुंबई से एक बच्चे को खोजना जिले में चर्चा का विषय रहा है l मूलरूप से इटावा जिले के रहने वाले सुनील दत्त दुबे इलाहाबाद ,मिर्ज़ापुर ,जौनपुर ,सोनभद्र ,भदोही सहित कुल आठ जिलो में तैनात रहे है l जिस जिले में वह तैनात होते है वहां गुमशुदा बच्चे ज्यादा संख्या में मिलना शुरू हो जाता है। उनको इसमें इतना अनुभव हो गया है की साथी पुलिसकर्मी उनसे इसके गुण सीखते है l वही सुनील की इस काबिलियत से उनके अधिकारी भी खुश है। भदोही एसपी का कहना है की सुनील का यह काफी सराहनीय काम रहा है l 

रिपोर्ट-राकेश सिंह ,भदोही  

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