सूखे और अकाल से परेशान किसानों के लिए इस तरह मसीहा बने पूर्व चेयरमैन…

महोबा–जिले में सूखे और अकाल से परेशान किसानों के लिए पत्थर मंडी कबरई के पूर्व चेयरमैन मसीहा बने हुए हैं। यहां की गरीब कन्याओं के लिए चेयरमैन अपने निजी खर्च से एक सामुहिक विवाह कार्यक्रम का आयोजन कराकर किसानों को राहत देने में जुटे हैं।

 

बुन्देलखण्ड के महोबा में दैवीय आपदाओं के चलते ग्रामीण किसानों का बुरा हाल हो गया है। साल दर साल सूखा और ओलावृष्टि के चलते हज़ारों हेक्टेयर जमीन बंजर पड़ी है। दाने – दाने को मोहताज़ किसान और उनके सामने बेटियों की शादी की चिंता किसानों को आत्महत्या जैसे आत्मघाती कदम उठाने को मजबूर किये हुए हैं। ऐसे में पत्थर उद्योग मंडी के निवासी सामजसेवी और पूर्व चेयरमैन शिवपाल तिवारी गरीबों के बीच मसीहा बनकर उभरे हैं। गरीब कन्याओं का साल दर साल विवाह कराकर उनका विधिवत कन्या पूजन का सिलसिला बदस्तूर जारी है। ऐतिहासिक कलसा बाबा पहाड़ पर हजारों ग्रामीणों की भीड़ इस सामूहिक विवाह कार्यक्रम में गवाह बनकर खड़ी है। जयमाला से लेकर विवाह के सभी कार्यक्रम कमेटी और पुलिस सुरक्षा के बीच सम्पन्न हो रहे हैं। शादी के बाद नई नवेली दुल्हनों को पूर्व चेयरमैन शिवपाल तिवारी सोने – चांदी के आभूषण के साथ घरेलू सामान देकर विवाह कर रहे हैं। 

सामूहिक विवाह में परिणय सूत्र में बंधे जोड़ें इस समारोह को अपने लिए खास बताते है। लाल जोड़ा पहने दुल्हन नीतू बताती है कि उसके पिता बेहद गरीब है। घर की आर्थिक स्तिथि इतनी ख़राब है कि उसका विवाह का खर्च परिवार नहीं झेल पाता ऐसे में विवाह समारोह में उसका विवाह हो गया है और उसे अपना जीवन साथी भी मिल गया है। उन्हें समारोह में उपहार स्वरुप जेवर और घरेलु सामान भी दिया गया है। 

रिपोर्ट – तेज प्रताप सिंह , महोबा 

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