सीआरपीएफ जवान की हत्या कर शव जलाये जाने का हुआ खुलासा !

फर्रुखाबाद–सीआरपीएफ के जवान दिनेश कुमार की ही रिवाल्वर से उसकी पत्नी के प्रेमी में गोली मारी थी और बाद में बिजली के तार से गला घोट कर हत्या कर दी थी। कोतवाली पुलिस में बीती रात जनपद एटा थाना अलीगंज के ग्राम झकरई निवासी रमेश चंद की ओर से उसकी भाई दिनेश कुमार हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया। 

रिपोर्ट दर्ज कराने के बाद इंसपेक्टर ने ग्राम में छापा मारकर रमा को हिरासत में ले लिया। प्रारंभिक पूछताछ में रमा ने अभी तक हत्याकांड से सही ढंग से पर्दा नहीं उठाया है। रिपोर्ट के मुताबिक केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल 75 बटालियन श्रीनगर में तैनात 34 वर्षीय दिनेश कुमार 6 जून को 15 दिन की छुट्टी लेकर घर भगुआ नगला 7 जून की रात करीब 1 बजे पहुंचा। रमा ने अपने मोबाइल से 8 जून को दोपहर सास को जानकारी दी कि दिनेश 15 दिन की छुट्टी पर घर के लिए कर कर आए हैं लेकिन अभी तक घर नहीं पहुंचे। जबकि दिनेश ने अपने बड़े भाई रमेश चंद्र के फोन पर 7 जनवरी की रात 1 बजे संपर्क किया था।उसके बाद से ही दिनेश का मोबाइल फोन बंद हो गया। 

पुलिस को बताई गई कहानी इस प्रकार है। दिनेश ने 7 जून की रात करीब 1 बजे गेट खटखटाया तो रमा ने घर में मौजूद प्रेमी को छिपा दिया इसी कारण गेट खोलने में समय लगने के कारण दिनेश ने रमा को काफी खरी खोटी सुनाई। रमा ने रोकर पति का बहम दूर कर दिया। दिनेश के सो जाने पर प्रेमी ने सुबह करीब 4 बजे दिनेश की ही लाइसेंसी रिवाल्वर से उसके दो गोली मारी । उस समय दिनेश जिंदा छटपटा रहा था तब प्रेमी ने बिजली के तार से दिनेश का गला दबाकर उसकी लीला समाप्त कर दी।

दिनेश की हत्या करने के बाद प्रेमी डिब्बे में पेट्रोल खरीद कर लाया। दूसरे दिन प्रेमी दिनेश की TVS से उसके शव को रख कर घर से करीब 200 मीटर दूर खेत में ले गया और वहां पेट्रोल डालकर दिनेश के शव में आग लगायी। प्रेमी ही दिनेश के मोबाइल फोन के अलावा उसके कपड़ों का बैग ले गया। बताया गया थाना मेरापुर के ग्राम गुठना निवासी महेश चंद्र दिवाकर का पुत्र अनमोल उर्फ अमोल ही रमा का आशिक है जो रमा के घर पर हफ्तों रहता था। पुलिस ने वीती शाम अनमोल के न मिलने पर उसके दोस्त रामगोपाल को हिरासत में ले लिया।

सुभाष चंद्र के पुत्र रामगोपाल ने पुलिस हिरासत में बताया कि मैं घर पर ही परचून की दुकान चलाता हूं अनमोल मेरे गांव का है उससे मेरा कोई संबंध नहीं है। अनमोल के पिता सेना से रिटायर है। अनमोल एटा से बीटीसी कर रहा है। पुलिस ने मध्य घर पर छापा मारकर राहुल को हिरासत में लेकर उसके घर से TVS नंबर यूपी 76 R/0 522 कब्जे में ले ली। लाल रंग की TVS पर आगे पुलिस लिखा है। राहुल ने बताया कि मैं आगरा से बीएड कर रहा हूं। जीजा की हत्या में मेरा कोई हाथ नहीं है बहन का हो सकता है। राहुल ने बताया की है TVS जीजा दिनेश कुमार ने वर्ष 2013 में अपने नाम खरीदी दी थी।

बहन रामा TVS का कम प्रयोग करते थी वह स्कूल टैक्सी से जाती थी। 10 जून को जीजा के बड़े भाई रमेश ने फोन कर बहन से कहा कि तुम तुरंत ही यहां आ जाओ तब हम बहन उनके बेटे शौर्य को TVS से ले गए थे। मेरी मां सावित्री देवी व चाचा राजेश कुमार की पत्नी मनोरमा एवं भांजी शौम्या बस से गए थे। बीती रात रमा से पूछताछ के दौरान उसके जेठ रमेशचंद जिठानी आदि करीब आधा दर्जन परिजन भी मौजूद रहे। रमा अपनी जेठानी के साथ ही बीती देर रात कोतवाली पहुंची। मालूम हो कि रमा थाना राजेपुर के ग्राम चाचूपुर स्थित प्राइमरी स्कूल में प्रधान अध्यापिका पद पर कार्यरत है।

दिनेश कुमार के लखनऊ में दो प्लाट हैं। दिनेश ने 8 लाख रुपए रिश्वत देकर रमा की नौकरी लगवाई थी। हत्या करने के बाद जिस कमरे में दिनेश का सब रखा गया उसमें ताला लगाकर ताला लगाया गया जब पुत्री सौम्या ने उस कमरे का ताला खोलने को कहा था रमा ने सौम्या को डांट दिया था। शिक्षिका रमा को महिला थाना भेजा गया।

(रिपोर्ट- दिलीप कटियार , फर्रुखाबाद)

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