बसपा नेता हत्याकांडः तो अधिकारियी को बचाने के लिए हुई हत्या !

अम्बेडकर नगर — चर्चित बीएसपी बसपा नेता व आरटीआई एक्टिविस्ट की हत्या को लेकर अब प्रशासन पर ही सवाल उठने लगे हैं । पुलिस हत्यारों और हत्या के वजह का खुलासा अभी भले न कर सके हो लेकिन पूर्व आईजी ने अपने बयानों से सनसनी फैला दी है।

सेवानिवृत्त आईजी ने स्पष्ट शब्दों में आरोप लगाया है कि राम चन्दर जयसवाल की हत्या आरटीआई मांगने के कारणों हुई क्योंकि इसमें शिक्षा विभाग ,तहसीलदार और अल्पसंख्यक विभाग के कुछ अधिकारियों का भ्रष्टाचार उजागर हो रहा था।

बता दें कि बसखारी थाना क्षेत्र अंतर्गत शुकुल बाजार निवासी बसपा नेता राम चन्दर जायसवाल की शुक्रवार को ऑफिस में घुसकर दिनदहाड़े गोली मार हत्या कर दी गयी थी । पूर्व डीआईजी उदय शंकर जायसवाल ने कहा कि राम चन्दर एक आरटीआई कार्यकर्ता के रूप में काफी सक्रिय थे और शिक्षा विभाग व राजस्व सम्बन्धी कई मामलों को लेकर आरटीआई दाखिल किया था,जिसमे लाखों रुपये का भ्रष्टाचार उजागर हो रहा था।

गौरतलब है कि मृतक राम चन्दर जयसवाल के परिवार को सांत्वना देने आए पूर्व डीआईजी उदय शंकर जायसवाल ने जनपद मुख्यालय पर स्थित पीडब्लूडी गेस्ट हाउस में आयोजित प्रेसवार्ता के दौरान स्पष्ट शब्दों में आरोप लगया कि राम चन्द्र के आरटीआई से शिक्षा विभाग में तकरीबन 30 लाख घपला सामने आया ,राजस्व को लेकर मांगी गई सूचना में दो तहसीलदार आरोपो के घेरे में हैं डीएम ने तो यहाँ तक लिखा था कि विपक्षी को फायदा पहुचाने के लिए कार्रवाई की गई है।

यही नही सूचना आयोग ने दोनों तहसीलदारों पर जुर्माना भी लगा चुका ,शिक्षा विभाग और अल्पसंख्यक कल्याण के मिली भगत से लाखों रुपये का घपला हुआ है ,जिसके खुलासे के डर से इनकी हत्या की गई।

(रिपोर्ट- कार्तिकेय द्विवेदी,अम्बेडकर नगर) 

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