सेना के निशाने पर 21 खूंखार आतंकी,मारे गये तो घाटी में होगी शांति ही शांति

न्यूज डेस्क — शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर के सरगना दाऊद अहमद सोफी के साथ उसके तीन साथियों को नौशेरा गांव में हुई मुठभेड़ में सेना ने मार गिराया। सुरक्षाबलों द्वारा अंजाम दिए गए इस एनकाउंटर को बहुत बड़ी सफलता माना जा रहा है।

इस सफलता के बाद 21 आतंकी सुरक्षाबलों की हिट लिस्ट में बचे हैं।वहीं  दाऊद अहमद सोफी के शव को मुठभेड़ वाले स्थान से बरामद कर लिया गया था। 

बताया जा रहा है कि अहमद सोफी घाटी में आईएसआईएस का मुखिया था साथ ही पुलिसवालों की हत्या, हथियार छीनने, पत्थरबाजी करने का काम भी किया करता था। सुरक्षा प्रतिष्ठान के सूत्रों के अनुसार अब महत्वपूर्ण ऑपरेशन को अंजाम दिया जाएगा जिसके तहत सबसे ज्यादा वांछित आतंकियों को लक्षित किया जाएगा। जिसमें 11 हिजबुल मुजाहिद्दीन, सात लश्कर-ए-तैयबा, दो जैश-ए-मोहम्मद और एक अंसार गाजवत उल-हिंद (एजीएच) के आतंकी हैं।

सूत्रों की माने तो सुरक्षा एजेंसियां इन 21 आतंकियों के बारे में सूचना जुटा ली है। इनमें से 6 आतंकियों को उन्होंने कितने लोगों की हत्या की, किन क्षेत्रों से वह नियंत्रण करते हैं, उनका प्रोपेगैंडा का असर और अवधि के आधार पर A++ श्रेणी में रखा गया है। माना जा रहा है कि यदि इन 21 आतंकियों को मार गिराने में बड़ी सफलता मिलती है तो घाटी में शांति की स्थापना हो जाएगी वहीं इससे आंतकी अव्यवस्थित हो जाएंगे। इसके बाद दूसरे आतंकी संगठन को घाटी में खुद को स्थापित करने के लिए लंबा समय लग जाएगा।

सूत्रों का कहना है कि यदि ‘एक बार किसी आतंकी को A++ श्रेणी में रख दिया जाए जिसपर 12 लाख का ईनाम होगा, उसके मरने की उल्टी गिनती शुरू हो जाएगी।’ A++ में रखे गए 6 आतंकियों के नाम है- हिजबुल- रियाज अहमद नायकू (कश्मीर घाटी का मुख्य ऑपरेशन कमांडर), उमर मजीद गनई (कुलगाम के हावूरा का निवासी) और जीनत-उल-इस्लाम (शोपियां के सुगान का निवासी),अल्ताफ अहमद डार (दक्षिण कश्मीर में डिवीजन कमांडर)। इसके अलावा दो आतंकी मुश्ताक अमहमद मीर (शोपियां के चक चोलन का निवासी) और लश्कर और एजीएच का कमांडर जाकिर राशिद भट (त्राल निवासी) हैं।  

गौरतलब है कि लश्कर के तीन आतंकी भी सेना की हिट लिस्ट में शुमार हैं। ये तीनों ही पाकिस्तान से हैं। इनके नाम अबु मुस्लिम. अबु जारगाम, मोहम्मद नवीद जट हैं। इन्हें A+ श्रेणी में रखा गया है। जहां मुस्लिम और जारगाम हाजन क्षेत्र में सक्रिय हैं वहीं जट पुलवामा से ऑपरेशन करता है।

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