खुशखबरीः देसी वैक्सीन को पहले चरण में मिली बड़ी सफलता

अहमदाबाद की फार्मा कंपनी जायडस कैडिला ने बनाई वैक्सीन

0 865

देश में कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के बीच इसकी वैक्सीन को लेकर कई देशों से अच्छी खबरें सामने आ रही हैं। दुनियाभर में 120 से ज्यादा वैक्सीन कैंडिडेट पर काम हो रहा है, जिनमें 21 से ज्यादा वैक्सीन क्लिनकल ट्रायल फेज में हैं।

ये भी पढ़ें..कोरोना काल में 12.5 लाख कर्मचारियों को गहलोत सरकार ने दी बड़ी राहत

कोरोना

वहीं, भारत, ब्रिटेन, रूस, अमेरिका, चीन समेत कई देश वैक्सीन बनाने के काफी नजदीक पहुंच गए हैं। आईसीएमआर के महानिदेशक बलराम भार्गव ने मंगलवार को दो देसी वैक्सीनों की प्रगति पर वैज्ञानिकों को शाबासी दी है। आईसीएमआर हैदराबाद की कंपनी भारत बायोटेक के साथ वैक्सीन बना रही है।

अहमदाबाद की फार्मा कंपनी जायडस कैडिला ने बनाई वैक्सीन

वहीं, अहमदाबाद की फार्मा कंपनी जायडस कैडिला ने भी अपनी वैक्सीन को लेकर बुधवार को बड़ी खबर दी है। फार्मा कंपनी जायडस कैडिला ने बुधवार को कहा कि उसके प्रस्तावित कोविड-19 के टीके ‘जायकोव- डी’ के पहले चरण का चिकित्सकीय परीक्षण पूरा हो गया है और अब कंपनी छह अगस्त से इसके दूसरे चरण का लोगों पर चिकित्सकीय परीक्षण शुरू करेगी।

कोरोना

Related News
1 of 1,068

कंपनी ने कहा है कि पहले चरण के चिकित्सकीय परीक्षण में जायकोव- डी को सुरक्षित और सहनीय पाया गया। कंपनी अब छह अगस्त 2020 से दूसरे चरण का चिकित्सकीय परीक्षण शुरू करेगी। कोरोना की देसी वैक्सीन की प्रगति की दिशा में यह बड़ी कामयाबी मानी जा रही है।

सात दिन में मिली सफलता

जायडस कैडिला के चेयरमैन पंकज आर पटेल ने कहा कि पहले चरण में दी गई दवा में जायकोव-डी को सुरक्षित पाना महत्वपूर्ण पड़ाव है जिसे हासिल किया गया। उन्होंने कहा कि पहले चरण में जिन लोगों पर भी चिकित्सकीय परीक्षण किया गया उनकी दवा देने के 24 घंटे तक चिकित्सा यूनिट में पूरी तरह देखभाल की गई। उसके बाद सात दिन तक उनकी निगरानी की गई जिसमें टीके को पूरी तरह सुरक्षित पाया गया।

corona

पंकज पटेल ने कहा, ‘‘अब हम दूसरे चरण का चिकित्सकीय परीक्षण शुरू करने जा रहे हैं और बड़ी जनसंख्या में इस दवा से होने वाले बचाव और रोग प्रतिरोधक क्षमता पैदा करने की इसकी ताकत का मूल्यांकन किया जायेगा।’’

इससे पहले भारत के पहली कोविड-19 टीके ‘कोवाक्सिन’ के परीक्षण की अनुमति भारत बायोटेक को दी गई। भारत बायोटेक ने भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) और नेशनल इंस्टीट्यूट आफ वायरोलॉजी के साथ मिलकर कोरोना वायरस के इलाज में संभावित रूप से काम आने वाले इस टीके को तैयार किया है।

ये भी पढ़ें..लखनऊ के प्रतिष्ठित विद्यालय में कोरोना का संक्रमण, संस्थापक हुए पॉजिटिव

(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें। आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं।)

Get real time updates directly on you device, subscribe now.

Comments
Loading...
busty ebony ts pounding studs asshole.anal sex

 

 

शहर  चुने 

Lucknow
अन्य शहर