सचिवालय पेंशनर एसोसिएशन की सभा में गरमाया कोआपरेटिव बैंक का मुद्दा

लखनऊ–हर माह की पहली तारीख को होने वाली सचिवालय पेंशनर वेलफेयर एशोसिएशन की योजना भवन के सभागार में हुई इस बार की आमसभा में सचिवालय के सेवानिवृत्त अधिकारियों और कर्मचारियों ने रिजर्व बैंक और कोआपरेटिव बैंक पर जमकर अपनी भड़ास निकाली।

साथ ही जमाकर्ताओं ने कोआपरेटिव बैंक से आरबीआई की जांच रिपोर्ट देने की बात उठाई। बैंक में एक वर्ष से अधिक समय से लेन देन पर लगी रोक पर नाराजगी ब्यक्त करते हुए कोआपरेटिव बैंक सहित रिजर्व बैंक को कटघरे में खड़ा किया गया। सभा में आए जमाकर्ताओं ने धन के आभाव में अपने अपने दुःख दर्द गिनाए। सभी ने एक स्वर में कहा कि खाते से धन निकासी पर लगी रोक से बीमारी जैसी आवश्यकताओं के लिए भी अपनी जमा पूंजी से हाँथ धोना पड़ रहा है। अस्पतालों में भर्ती अपनों का ईलाज भी संभव नहीं हो पा रहा। साल भर में एक बार सिर्फ एक हजार रूपए निकालने की अनुमति जमाकर्ताओं के साथ मजाक है। बैंक अपने जमाकर्ताओं और सदस्यों को यह भी बताने को तैयार नहीं है कि आरबीआई ने रोक क्यों लगाई। बैंक भी अपने ग्राहकों को लगातार गुमराह कर रही है। पूछने पर कोई भी संतोषजनक उत्तर नहीं देता।

बैठक में आमंत्रित सचिवालय संघ के अध्यक्ष यादवेंद्र मिश्र ने कहा कि यदि रिजर्व बैंक इस रोक को जल्दी नहीं हटाती तो लखनऊ के गोमती नगर आरबीआई के रीजनल कार्यालय पर सचिवालय के हजारों कर्मियों द्वारा धरना प्रदर्शन करते हुए केंद्र सहित राज्य सरकार का ध्यानाकर्षण कराया जाएगा।

पेंशनर एशोसिएशन के अध्यक्ष पी.के. शर्मा ने अपने सदस्यों को ढांढस बंधाते हुए सदस्यता ग्रहण करने वाले नए सेवानिवृत्त सचिवालय कर्मियों का स्वागत किया । संरक्षक श्याम सुंदर अग्निहोत्री ने सचिवालय कोआपरेटिव बैंक के प्रयाशों से अवगत कराया। सचिव एनपी त्रिपाठी ने सभा का संचालन करते हुए एशोसिएशन की गतिविधियां रखीं और अक्टूबर माह सेवानिवृत्त हुए नए सदस्यों का माल्यापर्ण कर स्वागत किया गया।

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